Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दौरान काशी में भक्तों की जबरदस्त भीड़ के चलते रेलवे स्टेशन पर असामान्य उछाल देखने को मिल रहा है। काशी के कैंट स्टेशन परिसर को यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए आज “No Vehicle Zone” घोषित कर दिया गया है। इस घोषणा का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाजनक आवागमन सुनिश्चित करना है।
स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
महाकुंभ 2025 के अवसर पर काशी के कैंट स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। स्टेशन के मुख्य यात्री हॉल से प्लेटफॉर्म तक जाने वाले मार्ग पर Commercial और RPF (Railway Protection Force) के जवान तैनात किए गए हैं। ये जवान टिकट चेकिंग के बाद ही यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर प्रवेश की अनुमति दे रहे हैं। इसके अलावा, द्वितीय प्रवेश द्वार पर भी Commercial स्टाफ की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को ट्रेन प्लेटफॉर्म पर आने से पहले व्यवस्थित रूप से एंट्री मिल सके।
24 घंटे में दो से ढाई लाख यात्रियों की आवाजाही
महाकुंभ 2025 के दौरान काशी के कैंट स्टेशन पर दिन-रात यात्रियों की भारी आवाजाही देखी जा रही है। हालिया आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटे में कैंट स्टेशन से लगभग दो से ढाई लाख यात्रियों की आवाजाही हो रही है। इस भीड़ के चलते स्टेशन प्रशासन को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता महसूस हुई है। यात्रियों को उनकी सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष निर्देश दिए जा रहे हैं, ताकि प्लेटफॉर्म और ट्रेन में चढ़ते समय किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जनरल से लेकर AC कोच तक समान हालात
महाकुंभ 2025 के अवसर पर स्पेशल ट्रेनों के अलावा नियमित ट्रेनों में भीड़ बरकरार है। लंबी दूरी की नियमित ट्रेनों के सभी कोच – जनरल, Sleeper, और AC – में यात्रियों की भरमार हो गई है। यहाँ तक कि एसी टिकट धारकों को भी अपने सीटों पर बैठने में कठिनाई हो रही है। यात्रियों की शिकायतों के बावजूद, अभी तक प्रशासनिक स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। इससे यह सवाल उठता है कि इतनी भीड़ में यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे प्रबंधन द्वारा और क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
बनारस स्टेशन पर भीषण भीड़, First FOB का दिनभर का चोक
केवल काशी ही नहीं, बल्कि पूर्वोत्तर रेलवे के तहत आने वाले बनारस स्टेशन पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है। बनारस स्टेशन का First FOB (First Fare Collection Booth) दिन भर व्यस्त रहता है, जहां टिकट काउंटर से लेकर प्रवेश द्वार तक यात्रियों की भीड़ जम जाती है। यह स्थिति विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए चुनौतीपूर्ण है, जो समय पर अपनी यात्रा पूरी करने के लिए मजबूर हैं। स्टेशन प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त स्टाफ और सुरक्षा उपकरण मुहैया कराने का निर्देश जारी किया है।
यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे प्रशासन की जिम्मेदारी
रेलवे प्रशासन का मानना है कि महाकुंभ 2025 के दौरान यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। “No Vehicle Zone” की घोषणा से न केवल स्टेशन परिसर में वाहन प्रवेश को रोका जा रहा है, बल्कि इससे भीड़ में अव्यवस्था को कम करने में भी मदद मिलेगी। स्टेशन पर लगे Commercial स्टाफ और RPF अधिकारियों द्वारा यात्रियों का टिकट चेक करने के बाद ही प्लेटफॉर्म पर प्रवेश की अनुमति देने से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी यात्री सुरक्षित रूप से अपनी यात्रा कर सकें।
निष्कर्ष
महाकुंभ 2025 के दौरान काशी के कैंट स्टेशन और बनारस स्टेशन पर बढ़ती भीड़ ने यात्रियों के आवागमन को चुनौतीपूर्ण बना दिया है। “No Vehicle Zone” की घोषणा, Commercial स्टाफ और RPF की तैनाती, और प्लेटफॉर्म पर कड़ी टिकट जांच प्रणाली यह दर्शाती है कि रेलवे प्रशासन सुरक्षा और सुव्यवस्थित आवागमन सुनिश्चित करने के लिए कितने सजग है। हालांकि, नियमित ट्रेनों में भीड़ और एसी कोच में यात्रियों की असुविधा जैसी समस्याओं पर ध्यान देना अब भी आवश्यक है।