Driving Licence New Rules: मोदी सरकार ने बदल दिया ड्राइविंग लाइसेंस का नियम होगी बड़ी मुश्किल

ड्राइविंग लाइसेंस एक जरूरी दस्तावेज है जो आपको सड़क पर वाहन चलाने की अनुमति देता है। हाल ही में सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया में बड़े बदलाव किए हैं, जिससे प्रक्रिया और भी आसान हो गई है। नए नियमों के तहत, अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए RTO जाकर टेस्ट देने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। इसका मतलब है कि अब आपको लंबी लाइनों में खड़े होने या बार-बार अपॉइंटमेंट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। आइए जानते हैं इस नए नियम और पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।

नया नियम: RTO के बजाय प्राइवेट ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर पर टेस्ट

सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस प्रोसेस को आसान बनाने के लिए एक नया नियम लागू किया है। अब एप्लीकेंट्स को RTO जाकर टेस्ट देने की बजाय प्राइवेट ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर पर ही टेस्ट देने का विकल्प मिलेगा। इन प्राइवेट सेंटरों पर ड्राइविंग टेस्ट और लाइसेंस एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।

कैसे काम करेगा नया प्रोसेस?

  1. प्राइवेट ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर से ट्रेनिंग
    पहले आपको प्राइवेट ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर से ट्रेनिंग लेनी होगी।
  2. टेस्ट देना
    ट्रेनिंग के बाद, सेंटर पर ही आपको एक टेस्ट देना होगा। यह टेस्ट पास करने पर आपको एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
  3. डॉक्यूमेंट्स सबमिट करें
    एलिजिबिलिटी सर्टिफिकेट मिलने के बाद, आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
  4. ड्राइविंग लाइसेंस जारी
    सभी दस्तावेजों और सर्टिफिकेट की जांच के बाद, आपका ड्राइविंग लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा।

लाइसेंस फीस की जानकारी

  • लर्नर लाइसेंस (Form 3): ₹150
  • लर्नर लाइसेंस टेस्ट (दोबारा टेस्ट): ₹50
  • ड्राइविंग टेस्ट (दोबारा टेस्ट): ₹300
  • ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की फीस: ₹200
  • इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट: ₹1,000
  • अन्य व्हीकल क्लास को लाइसेंस में ऐड करवाने की फीस: ₹500
  • ड्राइविंग लाइसेंस रिन्यू: ₹200
  • लेट रिन्यूअल: ₹300 + ₹1,000 प्रतिवर्ष के हिसाब से

नियम तोड़ने पर लगने वाले जुर्माने

  • नाबालिग के द्वारा गाड़ी चलाने पर ₹25,000 तक का जुर्माना।
  • अल्कोहल का सेवन कर गाड़ी चलाने पर ड्राइविंग लाइसेंस जब्त हो सकता है।

नए नियम से फायदे

  • समय की बचत: RTO में लंबी लाइनों में लगने की जरूरत नहीं।
  • तेजी से प्रोसेसिंग: प्राइवेट सेंटर में प्रक्रिया जल्दी पूरी होगी।
  • आसान टेस्टिंग प्रोसेस: प्राइवेट सेंटर पर बेहतर सुविधाओं के साथ टेस्ट देना आसान।

निष्कर्ष

सरकार के इस नए नियम से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया अब पहले से कहीं आसान हो गई है। अब आपको RTO के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। यह उन लोगों के लिए खासतौर पर फायदेमंद है जो समय की बचत करना चाहते हैं और लंबी कतारों से बचना चाहते हैं।

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