भारत में बैंकिंग सेक्टर तेजी से बदलाव के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में यह खबर वायरल हो रही है कि 21 जनवरी 2025 से भारतीय स्टेट बैंक (SBI), पंजाब नेशनल बैंक (PNB), केनरा बैंक समेत अन्य बैंकों में चार नए नियम लागू होंगे। इन बदलावों का उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को अधिक प्रभावी, पारदर्शी और ग्राहकों के लिए फायदेमंद बनाना है। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में विस्तार से।
इस लेख में, हम इन कथित नए नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और यह समझने की कोशिश करेंगे कि क्या यह सूचना सही है या अफवाह। साथ ही, हम बैंकिंग क्षेत्र में हो रहे वास्तविक बदलावों और ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी पर भी प्रकाश डालेंगे।
1. चेक पेमेंट के लिए पॉजिटिव पे सिस्टम (PPS) अनिवार्य
नए नियमों के तहत पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) को अनिवार्य कर दिया गया है।
- क्या है PPS?
यह एक सुरक्षा प्रणाली है जिसमें चेक जारी करने वाले को चेक की डिटेल्स जैसे चेक नंबर, तारीख, लाभार्थी का नाम, और राशि बैंक को पुष्टि के लिए भेजनी होती है। - किनके लिए अनिवार्य?
- ₹50,000 से अधिक की चेक राशि पर लागू होगा।
- यह कदम चेक धोखाधड़ी को रोकने के लिए उठाया गया है।
2. क्रेडिट और डेबिट कार्ड के चार्ज में बदलाव
बैंकों ने क्रेडिट और डेबिट कार्ड के उपयोग से जुड़े कुछ नए शुल्क लागू किए हैं।
- क्या बदलाव होंगे?
- अंतरराष्ट्रीय लेनदेन पर अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा।
- डेबिट कार्ड से एटीएम पर फ्री ट्रांजैक्शन की सीमा कम की जा सकती है।
- क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान देर से करने पर पेनल्टी बढ़ाई जाएगी।
- ग्राहकों पर असर:
नियमित उपयोगकर्ताओं को अब अपनी ट्रांजैक्शन डिटेल्स पर अधिक ध्यान देना होगा।
3. सीनियर सिटीजन के लिए स्पेशल सेविंग्स अकाउंट स्कीम
सीनियर सिटीजन के लिए नई सेविंग्स अकाउंट स्कीम पेश की जाएगी।
- विशेषताएं:
- अधिक ब्याज दर।
- न्यूनतम बैलेंस की सीमा समाप्त।
- ऑनलाइन बैंकिंग और पासबुक सुविधा मुफ्त।
- फायदे:
यह कदम वरिष्ठ नागरिकों को वित्तीय सहायता और सुविधाजनक सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
4. KYC नियमों में बदलाव
बैंकों ने अपने ग्राहकों के लिए KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया को सरल और अधिक प्रभावी बना दिया है।
- क्या हैं बदलाव?
- अब ग्राहक वीडियो KYC के माध्यम से अपनी पहचान सत्यापित कर सकते हैं।
- हर 5 साल में KYC अपडेट करना अनिवार्य होगा।
- KYC प्रक्रिया पूरी न होने पर खाते फ्रीज किए जा सकते हैं।
- कैसे करें KYC अपडेट?
- बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के जरिए।
- नजदीकी बैंक शाखा में जाकर।
इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य
- सुरक्षा में सुधार: धोखाधड़ी और साइबर अपराधों को रोकना।
- ग्राहक अनुभव बेहतर बनाना: बैंकिंग सेवाओं को अधिक सुगम और सुलभ बनाना।
- डिजिटलाइजेशन को बढ़ावा: अधिक से अधिक ग्राहकों को ऑनलाइन बैंकिंग की ओर प्रोत्साहित करना।
ग्राहकों के लिए जरूरी बातें
- चेक पेमेंट के लिए तैयार रहें: चेक जारी करने से पहले बैंक को डिटेल्स भेजना न भूलें।
- कार्ड उपयोग के नियम पढ़ें: नए शुल्क और पेनल्टी से बचने के लिए अपने बैंक के दिशा-निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
- KYC अपडेट करें: समय पर अपनी KYC प्रक्रिया को पूरा करें।
- सीनियर सिटीजन सेवाओं का लाभ उठाएं: अगर आप या आपके परिवार में कोई वरिष्ठ नागरिक है, तो नई स्कीम का लाभ लें।
निष्कर्ष
21 जनवरी 2025 से लागू होने वाले ये नए नियम बैंकिंग अनुभव को सुरक्षित और सरल बनाएंगे। ग्राहकों को इन बदलावों के अनुसार अपने खातों और सेवाओं का उपयोग करना चाहिए। समय पर KYC अपडेट और नई स्कीम्स का लाभ उठाकर आप अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बना सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए हमारी साइड पर बने रहे।
अपडेट रहें, सुरक्षित रहें और स्मार्ट बैंकिंग का अनुभव करें!