2025 की शुरुआत में भारतीय बैंकिंग सेक्टर में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं, जो सभी बैंक खाताधारकों के लिए बेहद उपयोगी हो सकते हैं। अगर आपका खाता बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) या किसी और प्रमुख बैंक में है, तो इस खबर को जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव आमतौर पर ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने और सुरक्षा को बढ़ाने के लिए होते हैं, और इस बार भी कुछ ऐसे ही बड़े अपडेट्स आए हैं।
इस लेख में हम आपको बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य बैंकों के खाताधारकों के लिए आने वाले दो बड़े अपडेट्स के बारे में बताएंगे, जो 2025 से प्रभावी होंगे। इन अपडेट्स को जानकर आप अपने बैंकिंग अनुभव को और भी बेहतर बना सकते हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य बैंकों में आने वाले 2 बड़े अपडेट्स
1. डिजिटलीकरण के तहत नई सुविधा: नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के लिए अपडेट्स
बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य बैंकों में नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग प्लेटफॉर्म्स पर कुछ महत्वपूर्ण अपडेट्स किए जा रहे हैं। 2025 से लागू होने वाले इन बदलावों का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग को और अधिक सुरक्षित और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाना है।
नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग पर 2-Factor Authentication (2FA) का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है। इसका मतलब है कि अब आपके द्वारा किए गए सभी ऑनलाइन लेन-देन में दो सुरक्षा स्तर होंगे। उदाहरण के तौर पर, जब आप नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से कोई ट्रांजेक्शन करेंगे, तो आपको पासवर्ड और एक ओटीपी (OTP) के रूप में दूसरी सुरक्षा चाबी दी जाएगी, जो आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजी जाएगी।
इस प्रणाली से आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा मिलेगी और आपका खाता अधिक सुरक्षित रहेगा। यह सुविधा खासतौर पर उन खाताधारकों के लिए फायदेमंद होगी जो नियमित रूप से डिजिटल लेन-देन करते हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और अन्य प्रमुख बैंक इस तरह के बदलावों को लागू कर रहे हैं, ताकि खाताधारकों को पूरी तरह से सुरक्षित और परेशानी मुक्त बैंकिंग का अनुभव मिल सके। इसके अलावा, UPI (Unified Payments Interface) को और भी अधिक आसान और सुरक्षित बनाने के लिए बैंकों द्वारा नई योजनाएं लागू की जा रही हैं, जिनसे ग्राहक और अधिक सुगमता से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे।
2. एटीएम और डेबिट कार्ड पर बदलाव: शुल्क में वृद्धि और नई सुविधाएं
दूसरा बड़ा अपडेट जो बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य बैंकों के ग्राहकों को प्रभावित करेगा, वह है एटीएम और डेबिट कार्ड से संबंधित कुछ बदलाव। अगर आपके पास बैंक ऑफ बड़ौदा, SBI, PNB या किसी भी अन्य बैंक का डेबिट कार्ड है, तो आपको जानना चाहिए कि अब कुछ सेवाओं पर शुल्क में वृद्धि हो सकती है।
बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य बैंकों ने एटीएम से कैश विड्रॉअल की लिमिट बढ़ाने के साथ-साथ कुछ नए शुल्क लागू किए हैं। अगर आप किसी अन्य बैंक के एटीएम से बार-बार पैसे निकालते हैं, तो आपको प्रति ट्रांजेक्शन शुल्क देना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आप महीने में 5 बार किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो आपको हर अतिरिक्त ट्रांजेक्शन पर ₹20 से ₹25 तक का शुल्क देना पड़ सकता है।
इसके अलावा, डेबिट कार्ड से संबंधित भी कुछ बदलाव हुए हैं। अब डेबिट कार्ड से अधिक ट्रांजेक्शन करने पर आपको शुल्क का सामना करना पड़ सकता है। यही नहीं, कुछ बैंकों ने फ्री ट्रांजेक्शन की संख्या भी सीमित कर दी है, यानी कि अब महीने में 3 या 5 बार तक ही मुफ्त ट्रांजेक्शन होंगे, इसके बाद आपको शुल्क देना होगा।
इस बदलाव के कारण, यदि आपको बार-बार एटीएम से पैसे निकालने की जरूरत होती है, तो आपको ध्यान रखना होगा कि किस एटीएम से आप पैसे निकाल रहे हैं। आप इन शुल्कों से बचने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा और अन्य बैंकों के एटीएम का इस्तेमाल करें, या फिर अधिक डिजिटल भुगतान का तरीका अपनाएं।
बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और अन्य बैंकों के लिए क्या कदम उठाने चाहिए?
1. सुरक्षा के लिए 2FA अपनाएं
अगर आप डिजिटल बैंकिंग का उपयोग करते हैं, तो यह समय है कि आप 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को सक्रिय करें। यह प्रक्रिया न केवल आपके खाते को सुरक्षित बनाएगी, बल्कि आपको ऑनलाइन धोखाधड़ी से भी बचाएगी।
आप अपने बैंक के ग्राहक सेवा नंबर पर कॉल करके या अपनी नेट बैंकिंग पर जाकर इस सुविधा को सक्रिय कर सकते हैं। इसके अलावा, किसी भी तरह के संदेहास्पद ईमेल या मैसेज को न खोलें, और न ही अपनी बैंकिंग जानकारी को किसी से साझा करें।
2. एटीएम से कैश निकालने से पहले शुल्क की जानकारी लें
अब यह और भी महत्वपूर्ण हो गया है कि आप किसी भी एटीएम से पैसे निकालने से पहले एटीएम ट्रांजेक्शन शुल्क के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करें। यह जानकारी आपको अपनी बैंक शाखा, नेट बैंकिंग या मोबाइल बैंकिंग ऐप से मिल सकती है।
अगर आपको अक्सर एटीएम से पैसे निकालने की जरूरत है, तो कोशिश करें कि आप अपने ही बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करें, ताकि आपको अतिरिक्त शुल्क का सामना न करना पड़े।
3. डिजिटल भुगतान को बढ़ावा दें
डिजिटल लेन-देन में वृद्धि के साथ-साथ, बैंक भी इसे बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में, अगर आप UPI, QR Code, और अन्य डिजिटल भुगतान विधियों का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको न केवल सुविधा मिलेगी बल्कि कुछ मामलों में अतिरिक्त शुल्क से भी बचने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा, डिजिटल पेमेंट से जुड़े हर लेन-देन को पूरी तरह से सुरक्षित बनाएं। नियमित रूप से अपनी बैंकिंग एप्लिकेशन को अपडेट रखें और अपने बैंक खाते से जुड़े पासवर्ड को मजबूत रखें।
निष्कर्ष
1 जनवरी 2025 से बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) और अन्य बैंकों के ग्राहकों के लिए कुछ महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। नेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग में 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) और एटीएम और डेबिट कार्ड से जुड़े शुल्क में वृद्धि, इन दोनों अपडेट्स को जानकर आप अपने बैंकिंग अनुभव को और भी बेहतर बना सकते हैं।
अब यह आपके ऊपर है कि आप इन बदलावों से पूरी तरह से लाभ उठाएं और अपने बैंक खाते को सुरक्षित बनाए रखें। साथ ही, डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देकर आप न केवल अपनी सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं, बल्कि बैंक के नए नियमों के तहत शुल्क बचाने में भी मदद पा सकते हैं।